कंगना की ‘इमरजेंसी’ रिलीज पर शर्त, तभी रिलीज होगी फिल्म इमरजेंसी!
सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में क्या कहा?
Entertainment : कंगना रनौत (Kangana Ranaut), जो अभिनेत्री होने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी की सांसद (Member of the Lok Sabha) भी हैं, अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘इमरजेंसी’ Emergency Film को लेकर विवादों में घिरी हुई थीं। फिल्म 1975 में भारत में लगे आपातकाल की घटनाओं पर आधारित है, जिसमें कंगना ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। हालांकि, अब इस फिल्म की रिलीज का रास्ता लगभग साफ हो गया है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तों को मानना होगा।
सेंसर बोर्ड का संशोधन सुझाव
गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अधिवक्ता ने कोर्ट को जानकारी दी कि बोर्ड फिल्म को प्रमाण पत्र जारी करने के लिए तैयार है। हालांकि, फिल्म के कुछ हिस्सों को काटने की सिफारिश की गई है। सेंसर बोर्ड की संशोधन समिति ने फिल्म में कुछ आपत्तिजनक हिस्सों को हटाने या संशोधित करने का सुझाव दिया है।
पहले 6 सितंबर को होनी थी रिलीज
फिल्म पहले 6 सितंबर 2023 को रिलीज होनी थी। हालांकि, प्रमाणपत्र नहीं मिलने की वजह से रिलीज डेट को टाल दिया गया था। इस देरी के कारण फिल्म को काफी चर्चा मिली, और अब इसे रिलीज करने के लिए CBFC द्वारा दी गई शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा।
अदालत की सख्त टिप्पणियाँ
इससे पहले, पिछले सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड की ओर से फिल्म के प्रमाणपत्र जारी करने में हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर की थी। कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को फटकार लगाते हुए पूछा था कि आखिर फिल्म के प्रमाणपत्र जारी करने में इतना समय क्यों लगाया जा रहा है।
फिल्म में कट्स को लेकर विचार
गुरुवार की सुनवाई के दौरान, फिल्म की निर्माता कंपनी जी एंटरटेनमेंट के वकील ने अदालत से कुछ समय मांगा। उनका कहना था कि फिल्म में सुझाए गए कट्स को लगाने के बारे में निर्णय लेने के लिए उन्हें समय चाहिए। फिल्म की टीम अब इस पर विचार करेगी कि सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए कट्स लगाए जा सकते हैं या नहीं।
30 सितंबर को अगली सुनवाई
फिलहाल इस मामले पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। अदालत ने इस पर अगली सुनवाई 30 सितंबर 2023 को निर्धारित की है, जिसमें यह स्पष्ट हो सकेगा कि फिल्म को प्रमाण पत्र कब मिलेगा और इसे कब रिलीज किया जाएगा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और विवाद
कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ एक संवेदनशील राजनीतिक विषय पर आधारित है, और इसे लेकर विवाद होना कोई नई बात नहीं है। फिल्म के विषय में किसान संगठनों और कुछ राजनीतिक दलों ने भी विरोध जताया था। कंगना रनौत खुद भी किसानों के मुद्दे पर कई बार विवादों में आ चुकी हैं। उनके बयान कई बार विवादास्पद रहे हैं, और ऐसे में इस फिल्म को लेकर भी विवादों की संभावना पहले से ही बनी हुई थी।
आपातकाल का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
फिल्म ‘इमरजेंसी’ भारत के राजनीतिक इतिहास की एक बेहद महत्वपूर्ण और विवादास्पद घटना पर आधारित है। 1975 से 1977 तक, भारत में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू किया था, जिसके तहत नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था, प्रेस की स्वतंत्रता को नियंत्रित किया गया था, और हजारों राजनीतिक नेताओं को बिना मुकदमे के गिरफ्तार किया गया था। यह भारत के लोकतंत्र पर एक बड़ा संकट था, और इसने देश की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला।