मिथिला सपूत ललित बाबू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए- प्रो. प्रेम
समस्तीपुर: मिथिला के सपूत, भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्मृति शेष ललित नारायण मिश्र जी के पुण्य तिथि पर अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। स्मृति शेष ललित बाबू के जैसा मिथिला का कोई ऐसा नेतृत्व हुआ ही नहीं। वो मिथिला के सुदूरवर्ती इलाकों में रेलवे का जाल बिछाने के कार्य योजना तैयार करवाया था। आज सम्पूर्ण मिथिला में जो कुछ रेलवे का विकास दिखाई पड़ रहा है, वो उनके ही बनाए गए, कार्य योजना का प्रतिफल है।
मिथिला शिक्षा मंच सम्बद्ध अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद के संयोजक प्रो. पी. के. झा ”प्रेम” उक्त मांग पर देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले मिथिला सेवी एवं संस्थाओं ने अपना समर्थन दिया है-बरेली से डॉ धनाकर ठाकुर, चेन्नई से डॉ ईश्वर करुण, दिल्ली से पं.रेखा झा, मिथलानी सोनी चौधरी, डॉ संजय झा, डॉ प्रसून झा, रांची से विभूति नारायण झा, जमशेदपुर से डा ममता झा, डॉ कृष्ण मुरारी झा, जयनगर से डॉ नारायण यादव, दरभंगा से डॉआनंद ठाकुर, प्रियंका झा, मुम्बई से सुमित सुमन, समस्तीपुर से डॉ परमानंद लाभ, डॉ सत्य नारायण महतो, प्रो सत्य संघ भारद्वाज, प्रो हीरा झा, प्रो रामबाबू रजक, प्रो प्रमोद चौधरी, शुशांत चन्द्र मिश्र, बेगूसराय से सुरेश पासवान आदि ने उक्त मांग का समर्थन किया है।