चकमेहसी/समस्तीपुर: समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र में गोराई पंचायत भवन के पास शनिवार रात को एक नशे में धुत मनरेगा कर्मी की गिरफ्तारी के मामले में चकमेहसी पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए कर्मी का नाम संजीत कुमार है, जो हसनपुर थाना के अंतर्गत मालदह गांव के निवासी हैं और पंचायत रोजगार सेवक के पद पर कार्यरत हैं।
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गांव के ग्रामीणों के अनुसार, मार्च क्लोजिंग के अवसर पर कई लोगों ने पंचायत भवन में जश्न मनाया, जहां शराब का सेवन भी किया गया। इसके बाद, गिरफ्तार किए गए कर्मी ने पंचायत भवन से बाहर निकलकर सड़क किनारे शोर-शराबा किया, जिससे ग्रामीणों में अनहोनी की आशंका उत्पन्न हुई। इसके बाद, उन्होंने चकमेहसी पुलिस को सूचित किया।
चकमेहसी पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए कर्मी को ब्रेथनलाइजर टेस्ट कराया, जिसमें पॉजिटिव परिणाम मिला। इसके बाद, उन्होंने उसे हाजत में बंद कर उत्पाद अधिनियम की धारा में केस दर्ज करने का निर्णय लिया।
यह घटना गांव के लोगों के लिए एक चेतावनी है कि नशे में धुत होकर सड़कों पर शोर-शराबा करना किसी भी अनहोनी घटना का कारण बन सकता है। इससे न केवल सामाजिक स्थिति प्रभावित होती है, बल्कि यह विधायक तंत्र का भी उल्लंघन होता है।
इस पूरे मामले में चकमेहसी पुलिस की तत्परता और सख्ती की सराहनीय है। ऐसी क्रियाओं से समाज में विधायक तंत्र का आदर्श स्थापित होता है और लोगों के विश्वास में वृद्धि होती है। इससे यह संदेश मिलता है कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी स्थिति में क्यों न हो, कानून का सम्मान करना चाहिए और नशे का सेवन न करें।
अब, यह जरूरी है कि समाज के सभी व्यक्तियों को सावधान रहना चाहिए और ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर शराब की बिक्री और सेवन पर भी नजर रखनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं न हों और समाज में सुरक्षा और विकास की स्थिति बनी रहे।