आयुर्वेद में 300 बीमारियों का रामबाण इलाज है मोरिंगा
सहजन अपने कई नामों और औषधीय गुणों के वजह से दुनियाभर में फेमस है।
Health: हमारे दादी-नानी जो चीजें खाती हैं नई जनरेशन उन्हें देखकर नाक-भौं सिकोड़ती है। अगर नई पीढ़ी के लोग ये चीजें खाते भी हैं तो स्वाद देखकर अक्सर उन्हें इन चीजों के फायदे पता नहीं होते। ऐसा ही एक पेड़ है सहजन (मोरिंगा) को सुपरप्लांट कहा जाता है। इसमें ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं। जानकारी बढ़ने के साथ लोग इसे अब अपनी डेली डायट में शामिल कर रहे हैं। जबकि यह सदियों साल पुराना पेड़ है। सहजन अपने कई नामों और औषधीय गुणों के वजह से दुनियाभर में फेमस है। इस पेड़ के सभी भाग सेहत के लिए फायदेमंद है। विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर ये पेड़ पूरे 300 रोगों के उपचार में उपयोग लाया जाता है। इसे बरसों से आयुर्वेद में कई रोगों के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे मुनगा, मोरिंगा और ड्रमस्टिक भी कहते हैं। इसके पत्ते, तना समेत सभी भागों का उपयोग किया जाता है। ड्रमस्टिक के रूप में इसे सांभर में डाला जाता है। इसकी पत्तियों को पाउडर के रूप में लोग औषधि के रूप में लेते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोरिंगा का पराठा खाते हैं।
मोरिंगा (सहजन) के औषधीय फायदे मोरिंगा यह ऑल इन वन हर्ब है। यह पेड़ एक एंटीबायोटिक, एनाल्जेसिक, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीकैंसर, एंटीडायबिटिक, एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटीजिंग के रूप में काम करता है। मोरिंगा की पत्तियों को सुखाकर लंबे वक्त तक स्टोर किया जा सकता है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन के अलावा कई तरह के विटामिन्स और ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। Webmd की रिपोर्ट के मुताबिक मोरिंगा पाउडर को संक्रमित जगह को स्टर्लाइज करे के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ऐसे बैक्टीरिया और फंगस मारने में भी सक्षम होता है जो गैस्ट्रिक अल्सर और गैस्ट्रिक कैंसर की वजह होते हैं।
मोरिंगा विटामिन A, B, C से है भरपूर
- विटामिन ए
- विटामिन बी 1 (थायमिन)
- बी2 (राइबोफ्लेविन), बी3 (नियासिन)
- बी-6
- फोलेट
- एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी), कैल्शियम, पोटेशियम, लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस और जस्ता।
कैसे कर सकते हैं इसका उपयोग
पत्ता – इस पौधे के सभी भाग फायदेमंद होते हैं लेकिन इसके पत्ते सबसे अधिक गुणकारी होते हैं। आप अपने खाना पकाने में ताजा मोरिंगा के पत्तों का उपयोग कर सकते है।
फली- इसकी फली सूप और करी के लिए और इसके सूखे पत्तों के पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा मोरिंगा की फली को उबालकर उसका सूप पीने से गठिया के दर्द से राहत मिलती है।
पाउडर- आप मोरिंगा पाउडर (1 छोटा चम्मच) ले सकते हैं या इसे अपनी रोटी, चीला (पैनकेक), स्मूदी, एनर्जी ड्रिंक, दाल आदि में स्वास्थ्य के उद्देश्य से मिला सकते हैं।
मोरिंगा पाउडर (Moringa Powder) का सेवन स्वास्थ्य के साथ-साथ स्किन के लिए भी लाभदायक साबित होते हैं। आइए जानते हैं मोरिंगा पाउडर के क्या-क्या फायदे होते हैं।
मोरिंगा के ये 10 फायदे बनाते हैं इसे सबसे अलग
- यह आपके हीमोग्लोबिन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
- लीवर और किडनी को डिटॉक्सीफाई करता है।
- रक्त शुद्ध करता है, चर्म रोगों को दूर करता है।
- वजन घटाने में मदद करता है।
- चयापचय में सुधार करता है।
- आपके शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है।
- तनाव, चिंता और मिजाज को कम करता है।
- थायराइड फंक्शन में सुधार करता है।
- माताओं में स्तन के दूध के उत्पादन को बढ़ाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अपने विचार को व्यवहार में लगातार करते हुए अपने संस्कार और संस्कृति को बेहतर बनाने कि जरुरत है।
अपने विचार को व्यवहार में लगातार करते हुए अपने संस्कार और संस्कृति को बेहतर बनाने कि जरुरत है।जो शिष्यत्व विकास के साथ ही होता है।