Patna : नीट पेपर लीक ‘NEET paper leak’ मामले को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को पटना में छात्रों ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर आगजनी कर जाम कर दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का गुस्सा शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ‘Dharmendra Pradhan’ और NTA के खिलाफ था, जिसके चलते उन्होंने दिनकर गोलंबर पर शिक्षा मंत्री का पुतला भी फूंका। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नीट पेपर लीक होने से परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं, इसलिए परीक्षा को रद्द कर फिर से आयोजित किया जाना चाहिए। छात्रों ने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पटना में हुए इस प्रदर्शन ने पूरे देश में चल रहे आंदोलन को और भी जोरदार बना दिया है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को 9 परीक्षार्थियों को पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बुलाया है। इससे पहले भी कई परीक्षार्थियों को बुलाया गया है। इस मामले में कई आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनसे शक के आधार पर पूछताछ की जा रही है। ईओयू का उद्देश्य पेपर लीक के पीछे के मुख्य साजिशकर्ताओं को पकड़ना और इस तरह के घटनाओं को रोकना है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के जरिए इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है, ताकि परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता और विश्वसनीयता बनी रहे। छात्रों और अभिभावकों को उम्मीद है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
अबतक 13 आरोपित हुए हैं गिरफ्तार’
उल्लेखनीय है कि 5 मई को नीट की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र रटवाने का मामला सामने आने पर शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कथित पेपर लीक मामले में पुलिस ने अब तक 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार अभियुक्त परीक्षार्थी हैं और बाकी उनके अभिभावक और साल्वर गिरोह के सदस्य हैं। इनसे आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की है। ईओयू का उद्देश्य मामले की गहराई से जांच कर मुख्य साजिशकर्ताओं को पकड़ना और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना है। छात्रों और अभिभावकों को उम्मीद है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिससे परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता और विश्वसनीयता बनी रहे।
कथित नीट पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को सुनवाई होगी। इस सुनवाई के दौरान आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट सौंपेगी। ईओयू वर्तमान में नीट पेपर लीक मामले की गहन जांच कर रही है। बिहार सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर अब तक की प्रगति की जानकारी मांगी है। उल्लेखनीय है कि 5 मई को आयोजित नीट परीक्षा में प्रश्न-पत्र लीक होने की घटना सामने आई थी, जिसके बाद शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस मामले में अब तक 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें चार अभियुक्त परीक्षार्थी हैं और बाकी उनके अभिभावक तथा साल्वर गिरोह के सदस्य शामिल हैं। ईओयू ने इनसे रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की है। छात्रों और अभिभावकों को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट की इस सुनवाई से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकेगी।