पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बिहार कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे। दो सप्ताह के अंतराल के बाद हो रही इस बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा और निर्णय होने की संभावना है। मुख्य सचिवालय के मंत्रिमंडल कक्ष में आयोजित इस बैठक में राज्य के नौकरी और रोजगार से जुड़े मसलों पर सरकार द्वारा कोई बड़ा फैसला लिए जाने की उम्मीद है। इससे पहले 1 अक्टूबर को हुई कैबिनेट बैठक में 45 एजेंडों पर स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिनमें कई अहम परियोजनाओं और योजनाओं का समावेश था।
1 अक्टूबर की कैबिनेट बैठक के प्रमुख निर्णय
1 अक्टूबर को आयोजित पिछली कैबिनेट बैठक में राज्य के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। इनमें प्रमुख रूप से नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मेगा इंडस्ट्रियल पार्क, बिहटा, पटना में 300 बेड के अस्पताल के निर्माण को स्वीकृति दी गई थी। इसके साथ ही, वर्ष 2025 के लिए बिहार सरकार के विभिन्न कार्यालयों में अवकाश की स्वीकृति प्रदान की गई थी।
इसी बैठक में मुख्यमंत्री वाहन चालक कल्याण योजना 2024 को भी स्वीकृति मिली थी, जो प्राइवेट वाहन चालकों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इसके अलावा, 11 नवंबर से 20 नवंबर तक राजगीर में आयोजित होने वाली एशियाई महिला हॉकी चैंपियनशिप ट्रॉफी 2024 के आयोजन के लिए 10 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई थी। हालांकि, पिछली बैठक में नौकरी और रोजगार को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया था।
नौकरी और रोजगार पर संभावित निर्णय
नीतीश कुमार की सरकार ने 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में 12 लाख नौकरी और 25 लाख रोजगार के अवसर देने का वादा किया है। इस वादे के तहत कुछ नौकरियां और रोजगार दिए जा चुके हैं, लेकिन अब भी 7 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार की जरूरत है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 अगस्त को गांधी मैदान से घोषणा की थी कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले शेष 7 लाख नौकरियों और 10 लाख रोजगार के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।
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आज की कैबिनेट बैठक में नौकरी और रोजगार से जुड़े नए प्रस्तावों पर चर्चा की संभावना है। यह बैठक इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि नीतीश सरकार के सामने चुनावी वादों को पूरा करने की चुनौती है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सरकार कुछ नए कदम उठाकर राज्य में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत निर्णय ले सकती है।
निवेश और विकास परियोजनाओं पर ध्यान
आज की कैबिनेट बैठक में राज्य में निवेश और विकास की नई परियोजनाओं पर भी चर्चा हो सकती है। बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास, चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार, और औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। सरकार की प्राथमिकता राज्य में रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ-साथ युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की है। इसके तहत विभिन्न विभागों द्वारा नए रोजगार सृजन के प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैं।
आम जनता की नजरें कैबिनेट बैठक पर
आज की कैबिनेट बैठक को लेकर जनता की भी उत्सुकता बनी हुई है। मुख्यमंत्री द्वारा 2025 के चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में उठाए गए कदमों पर सभी की नजरें टिकी हैं। खासकर राज्य के युवाओं और नौकरी तलाशने वाले लोगों को इस बैठक से बहुत उम्मीदें हैं। यदि आज की बैठक में नौकरी और रोजगार को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जाता है, तो यह नीतीश सरकार की चुनावी तैयारियों और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता को और मजबूती प्रदान कर सकता है।
विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार में रोजगार और नौकरियों की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार को ठोस नीतिगत कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे में कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय राज्य के विकास और चुनावी समीकरणों पर सीधा असर डाल सकते हैं। चुनावी वर्ष के करीब आते ही सरकार पर जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने का दबाव भी बढ़ता जा रहा है। इसलिए, आज की बैठक में यदि रोजगार और नौकरी सृजन के लिए बड़े फैसले होते हैं, तो इसका सकारात्मक संदेश जाएगा।
आज की नीतीश कैबिनेट की बैठक बिहार के विकास और रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक से राज्य की जनता को कई बड़े फैसलों की उम्मीद है। इसमें रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में नए प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है, जो राज्य के भविष्य के लिए अहम साबित होंगे।