Patna : लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद, दिल्ली में सरकार गठन की चर्चाएं गरम हो गई हैं। एनडीए की बैठक में सीएम नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक भी अपनी अहम बैठक के लिए तैयार है। नीतीश कुमार के पहुंचने के बाद, एनडीए की बैठक में सरकार गठन की रणनीति पर चर्चा होगी। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि बिहार के सीएम की भूमिका नई सरकार के गठन में महत्वपूर्ण हो सकती है। वहीं, तेजस्वी यादव भी दिल्ली पहुंच रहे हैं ताकि वह इंडिया ब्लॉक की बैठक में शामिल हो सकें। उनका उद्देश्य विपक्ष की साजिशों और योजनाओं को समर्थन देना हो सकता है।
इस समय, राजनीतिक दलों के बीच समझौतों और राजनीतिक योजनाओं पर विचार हो रहा है। इस प्रक्रिया में, सरकार गठन की रणनीति और विपक्ष की साजिशों के बारे में गहरा विचार किया जा रहा है। इस बैठक का परिणाम दिल्ली की राजनीति को प्रभावित कर सकता है, जिससे राज्य के हित में साझेदारी का माहौल बना रहे। यह दौर, न केवल दिल्ली के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे राजनीतिक स्थिरता और सरकारी कार्य को गति मिल सकती है।
इस सूचना के अनुसार, सुबह 10:40 बजे की विस्तारा फ्लाइट UK-718 से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों ही दिल्ली पहुंच रहे हैं। नीतीश कुमार एनडीए की बैठक में शामिल होंगे, जबकि तेजस्वी यादव INDIA गठबंधन की बैठक में भाग लेंगे। यह स्थिति राजनीतिक दलों के बीच राजनीतिक मानचित्र को प्रभावित कर सकती है और सरकारी गठबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण हो सकती है।
गिरिराज का तंज’
आपको बता दे वहीं नीतीश कुमार को इंडिया ब्लॉक की तरफ से दिए जा रहे कथित ऑफर पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने तंज कसते हुए कहा, ‘400 पार नारा था हमारा .. जीतना टुकड़े टुकड़े गैंग को सीट आया है वो है 231 .. और अकेले बीजेपी को 244 आया है… वो लोग नीतीश जी को न्यौता दे रहे है तेजस्वी के लिए. बिहार बंगाल उत्तर प्रदेश में चुनाव परिणाम आशा के विपरीत होने पर उसकी समीक्षा की जाएगी। नरेंद्र मोदी की सरकार ने पूरे देश में विकास का काम किया लेकिन आशा के अनुरूप परिणाम नहीं आए हैं.’
बिहार में एनडीए को मिली 30 सीटें’
बिहार में एनडीए ने कुल 30 सीटें जीती हैं, जो उन्हें राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों में महत्वपूर्ण स्थिति प्रदान करती हैं। इस चुनाव में जेडीयू और बीजेपी दोनों को 12-12 सीटें मिली हैं, जो इस संयुक्त दल की सामर्थ्य को दिखाती हैं। इसके अलावा, लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 सीटें, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (S) को एक सीट और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को चार सीटें मिली हैं। कांग्रेस को तीन सीटें और लेफ्ट पार्टी को दो सीटें मिली हैं, जबकि पूर्णिया की सीट निर्दलीय पप्पू यादव के खाते में गई है। यह नतीजे बिहार की राजनीतिक दिशा और समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।