Patna : पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके आरसीपी सिंह ने दिवाली के दिन नई पार्टी का ऐलान किया है। उनकी नई पार्टी का नाम ‘आप सब की आवाज’ रखा गया है, जिसका संक्षिप्त नाम ‘आसा’ (ASA) है। पटना के एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इसकी घोषणा की और पार्टी की नीतियों और उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी।
आरसीपी सिंह ने बताया कि उनकी पार्टी का झंडा तीन रंगों का होगा, जिसमें हरा रंग सबसे ऊपर, पीला रंग बीच में और नीला रंग सबसे नीचे होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से जब पार्टी को चुनाव चिन्ह मिल जाएगा, तो उसे भी झंडे पर अंकित किया जाएगा। यह पार्टी का विशेष प्रतीक होगा, जो उसके उद्देश्यों और विचारों को प्रतिबिंबित करेगा।
आरसीपी सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी का मुख्य उद्देश्य संविधान के सिद्धांतों को मजबूती से लागू करना है। उन्होंने बताया कि ‘आसा’ पार्टी के संविधान में भारतीय संविधान के मूलभूत सिद्धांतों को सम्मिलित किया गया है, जो पार्टी के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी का प्रत्येक सदस्य भारतीय संविधान के प्रति शपथ लेगा और संविधान की मूल भावना को कायम रखने का संकल्प लेगा।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, आरसीपी सिंह ने इस नई पार्टी के माध्यम से राज्य के लोगों को एक नया राजनीतिक विकल्प देने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य की जनता की आवाज बनने के लिए आई है और जनता के मुद्दों को केंद्र में रखकर काम करेगी। उनके अनुसार, इस नई राजनीतिक पहल का उद्देश्य जन-सरोकार से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना और जनता की समस्याओं का समाधान करना है।
आरसीपी सिंह ने इस मौके पर दावा किया कि उनके पास 140 मजबूत उम्मीदवारों की टीम है, जो 2025 के विधानसभा चुनावों में मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और नए बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाएगी।
इससे पहले आरसीपी सिंह जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे थे और हाल में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। लेकिन अब उन्होंने अपनी पार्टी बनाकर बिहार की राजनीति में नया अध्याय शुरू किया है। उनके अनुसार, ‘आप सब की आवाज’ का उद्देश्य समाज के हर तबके की समस्याओं को आवाज देना है, और संविधान के मूल सिद्धांतों पर आधारित एक नई राजनीति की शुरुआत करना है।
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में आरसीपी सिंह की यह नई पार्टी ‘आसा’ राज्य की राजनीति में किस तरह का प्रभाव डालती है, यह देखना दिलचस्प होगा।