धर्म – कर्म : जैसे ही अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर के पुनर्निर्माण का आदेश भारत के सर्वोच्च न्यायायलय ने दिया उसी समय से भारत के अन्य प्राचीन मंदिरों के पुनरुत्थान के प्रति सनातन धर्मावलंबियों में एक आशा की किरण जागृत हो गई । इसी कड़ी में श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर मथुरा व ज्ञानवापी मन्दिर बनारस को लेकर दशकों से संघर्ष कर रहे लोगों को अब आशा की किरण नज़र आने लगी है ।
इसी कड़ी में अभिनेत्री पाखी हेगड़े (Pakhi Hegde) श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर के पुनरुत्थान के लिए जीजान से जुट गई हैं । ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई अभिनेत्री सनातन धर्म के किसी संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं । इस मुहिम में अग्रणी भूमिका निभाने के बारे में पूछे जाने पर पाखी हेगड़े कहती हैं कि अपने हक़ के लिए, अपनी रोजी रोटी के लिए तो हर कोई हर रोज संघर्ष करता है लेकिन अपने धर्म के लिए संघर्ष करना भी अपनी जिम्मेवारी होती है इसे हम सबको समझना होगा।
पाखी हेगड़े कहती हैं कि आज वे इस मुहिम में पूज्य फहरम रत्न श्री देवकी नंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में आकर इस संघर्ष की साथी बनी हैं। और इनकी यह यात्रा तब तक अनवरत जारी रहेगी जब तक श्रीकृष्ण मन्दिर का पुनर्निर्माण नहीं हो जाता । ऐसा करने वाली वो अकेली अभिनेत्री हैं जो अपने मुख्यधारा अभिनय से परे रहकर इस धर्म कार्य मे बढ़चढ़कर हिस्सा ले रही हैं ।
आमतौर पर अभिनेता ऐसे किसी आयोजन से अपनेआप को दूर रखते हैं लेकिन पाखी इस बावत कहती हैं कि बात जब धर्म की हो तो आप कभी पीछे मुड़कर नहीं देखते । धर्मयुद्ध में यदि आप अपने धर्म के साथ नहीं खड़ा हो सकते तो समाज आपको क्यों याद रखना चाहेगा ? पाखी हेगड़े कहती हैं कि आगामी 25 फरवरी को संत संसद का आयोजन होने जा रहा है जहाँ वे इस संघर्ष में अपनी सक्रियता/सहभागिता दिखाएंगी ।
पाखी संत समागम में श्री देवकी नंदन ठाकुर जी (Shri Devkinandan Thakur Ji ) को सम्बोधित करते हुए कहती हैं कि मैं इस देश की बेटी होने के नाते , एक सच्ची सनातनी होने के नाते इस माननीय मंच से सभी बहन बेटियों की तरफ से सभी सनातनियों की तरफ से आपको धन्यवाद करना चाहती हूं , की आपने हमारे धर्म के लिए हमारे भगवान के लिए इस देश की बहन बेटियों की सुरक्षा और मान सम्मान के लिए हमारी श्री कृष्ण जन्मभूमि के लिए हमेशा आवाज उठाई है और हमारे सनातन धर्म का हमारी संस्कृति का हमारे देश का झंडा विदेशों तक लहराया है। आपके लाखों भक्तों में से में भी एक भक्त हूं और आप जैसे गुरु के सानिध्य में आना मेरे लिए बहुत सौभाग्य की ओर गर्व की बात है।