Patna : लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार के एकमात्र निर्दलीय सांसद राजेश रंजन, जिन्हें पप्पू यादव ‘Pappu Yadav’ के नाम से भी जाना जाता है, को कांग्रेस ने अपना मान लिया है। महागठबंधन में उन्हें अपना सहयोग देने का फैसला किया गया है, जोकि कांग्रेस ‘Congress’ के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ‘Akhilesh Singh’ ने घोषित किया। इस निर्णय से, कांग्रेस ने नौ सांसदों की जगह दसवें स्थान पर पप्पू यादव को शामिल किया है।
इस अनोखी गणना को अखिलेश सिंह के साथ कांग्रेस के कई नेताओं ने अपना समर्थन जताया है, जो पप्पू यादव की कांग्रेस में प्रवेश के खिलाफ थे। जब प्रदेश अध्यक्ष की मंजूरी के बावजूद, पप्पू यादव ने पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने का इशारा दिया, तो पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता को पटना बुलवाकर प्रेस कांफ्रेंस बुलवाई। इसमें कहा गया कि पप्पू यादव ने कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली थी, और उनकी उपस्थिति बस कांग्रेस मुख्यालय में चाय-नाश्ता करने के लिए थी।
पप्पू यादव की सीट जोड़कर हमलोगों ने 10 सीटें जीतीं’
पप्पू यादव की सीट जोड़कर हमलोगों ने 10 सीटें जीतीं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा का परिणाम अपेक्षा के अनुरूप तो नहीं आया लेकिन पिछली बार हमलोग एक सीट जीते थे। इस बार तीन सीट जीते हैं। महागठबंधन नौ सीट जीत और पप्पू यादव की पूर्णिया सीट को जोड़ दें तो 10 सीट जीते हैं। भाजपा 17 में से 12 और नीतीश कुमार की पार्टी 16 में 12 पर आ गई। हमने पहले ही कहा था कि एग्जिट पोल्स एक धोखा है। चुनाव परिणाम के बाद सबका पोल खुल गया।
पहली बार देश में 270 का आंकड़ा नहीं छू पाए पीएम मोदी’
अखिलेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है। हम सभी कार्यकर्ता और नेताओं को धन्यवाद देते हैं। पीएम मोदी को पहली बार देश में 270 का आंकड़ा नहीं छू पाए और बाहर से जुगाड़ कर सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। जनता ने उन्हें आईना दिखाने का काम किया है। कुछ जगहों पर गड़बड़ियां हुई है। उनलोगों ने दूसरे पार्टी की मदद की। पार्टी में रहकर इधर-उधर करना पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। महागठबंधन के सभी साथियों को मैं शुभकामना देता हूं।