Bollywood Movie Reviews Kaagaz 2: IMDB Critic Review Cast - Anupam Kher, Satish Kaushik, Darshan Kumaar, Neena Gupta, Smriti Kalra, Aniruddh Dave, Sushil Bounthiyal Director - V.K. Prakash Producer - Ganesh Jain, Ratan Jain, Shashi Kaushik, Nishant Kaushik Runtime 125 minutes RATING 3/5 GAAM GHAR News
Entertainment / Bollywood Movie Reviews : वी के प्रकाश के निर्देशन में बनी कागज 2 (Kaagaz 2)आम आदमी की समस्यायों पर आधारित फिल्म है फिल्म की कहानी अनुपम खेर (Anupam Kher) और सतीश कौशिक (Satish Kaushik) के पारिवारिक घटना पर लिखी गई है फिल्म के लेखक अंकुर सुमन और शशांक खंडेलवाल हैं । फिल्म में अनुपम खेर एक ईमानदार वकील की भूमिका निभा रहे हैं और सतीश कौशिक एक आम आदमी की भूमिका में दिखे । अनुपम खेर किसी कारणवश अपने बच्चे और अपनी पत्नी को बिना कुछ बताए अपने परिवार से दूर चले जाते हैं इसका दुःख उनकी पत्नी और बेटे को हर पल सताता है वहीं दूसरी तरफ सतीश कौशिक एक आम इंसान हैं, उनकी बेटी अपने मेहनत के दम पर यू पी एस सी एग्जाम में टॉप करती है लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था कौशिक की बेटी घर में काम करते हुए कुर्सी से गिरती है जिसमे उसे गंभीर चोट आती है सतीश कौशिक अपनी बेटी को हॉस्पिटल ले जाते हैं।
लेकिन रास्ते में हो रहे एक राजनीतिक रैली को वजह से उसकी मौत हो जाती है और एक भरा पूरा परिवार बिखर जाता है इधर दर्शन कुमार आई एम ए ज्वाइन कर लेता है लेकिन उसका दिल वहां नहीं लगता है और आई एम ए छोड़ कर वापस आ जाता अनुपम खेर और दर्शन कुमार बाप बेटे की भूमिका में हैं और दोनों का आपसी संबंध जरा भी अच्छा नहीं है।
दर्शन कुमार (Darshan Kumaar) को अपने पिता से ढेरों शिकायतें हैं लेकिन जब दर्शन कुमार को अपने पिता की सच्चाई का पता चलता है तो दर्शन अपने पिता के साथ खड़ा दिखता है । फिल्म की कहानी अच्छी है और सभी किरदार अपने अपने को बखूबी निभाया भी है । फिल्म में एक मध्यम वर्गीय परिवार में होनेवाले इमोशन का बेहतरीन तड़का है जो फिल्म का सबसे अहम हिस्सा है।
जो दिल को छूती है और यही इमोशन एक आम आदमी को बहुत बड़े नेता से भिड़ने का हौसला भी देती है अनुपमखेर और सतीश कौशिक ने शानदार अभिनय किया है दर्शन कुमार भी कोई कसर नहीं छोड़ा है फिल्म को शानदार तरीके से वी के प्रकाश ने संभाला है । फिल्म संगीत की बात करें तो फिल्म संगीत भी कर्णप्रिय है फिल्म की सबसे बड़ी खासियत ये है कि फिल्म की स्टोरी आपको शुरू से अंत तक आपको बंधे रखती है । अगर फिल्म के रेटिंग की बात करें तो फिल्म को 3 स्टार मिलने चाहिए। (This review is featured in IMDb Critics Reviews)