समस्तीपुर/पटोरी: पटोरी के प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी (बीपीआरओ) कुंदन कुमार ठाकुर लापता नहीं हैं और वर्तमान में हाजीपुर में सुरक्षित हैं। यह जानकारी समस्तीपुर के एसपी अशोक मिश्रा ने दी। एसपी ने बताया कि कुंदन कुमार ठाकुर ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद अचानक गायब होने की खबरें सामने आई थीं। उनकी पत्नी स्नेहा सोनम ने 8 अक्टूबर 2024 को पटोरी थाने में सनहा दर्ज कराते हुए कहा था कि उनके पति लापता हो गए हैं, और उनके दोनों मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ हैं, जिससे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।
इस्तीफे के बाद लापता होने की खबर
इस घटना की शुरुआत तब हुई जब कुंदन कुमार ठाकुर ने अत्यधिक कार्य दबाव और मानसिक तनाव का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था, और उनकी पत्नी स्नेहा सोनम ने उनके लापता होने की सूचना थाने में दी। स्नेहा ने बताया कि उनके पति के फोन लगातार बंद आ रहे थे, जिससे परिवार को चिंता होने लगी। इस वजह से उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पति लापता हैं।
पुलिस जांच और सत्यापन
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की और सत्यापन के क्रम में यह पता चला कि कुंदन कुमार ठाकुर हाजीपुर में सुरक्षित हैं। एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि कुंदन कुमार से जब मोबाइल पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि इस्तीफे के बाद उनके पास लगातार फोन कॉल आ रहे थे, जिसके चलते उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था।
पत्नी ने भी दिया बयान
कुंदन कुमार ठाकुर की पत्नी स्नेहा सोनम ने बाद में एक लिखित आवेदन भी दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अब उनका अपने पति से संपर्क हो गया है और वे लापता नहीं हैं। उनका कहना है कि कुंदन कुमार वर्तमान में हाजीपुर स्थित अपने आवास पर सुरक्षित हैं। इसके बाद लापता होने की खबरों का अंत हो गया और स्थिति स्पष्ट हो गई कि वे किसी परेशानी में नहीं हैं।
इस्तीफे के कारण
कुंदन कुमार ठाकुर ने अपने इस्तीफे में कुछ अधिकारियों पर अत्यधिक कार्य बोझ और दबाव में काम करने के आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि वे मानसिक तनाव में थे और इसी वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इस्तीफे के बाद वे अचानक गायब हो गए थे, जिससे उनके परिवार में चिंता की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
पुलिस की प्रतिक्रिया
एसपी अशोक मिश्रा ने इस मामले पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि कुंदन कुमार ठाकुर पूरी तरह सुरक्षित हैं और उनके लापता होने की खबरें गलत थीं। यह पूरी घटना इस्तीफे के बाद के व्यक्तिगत तनाव के कारण पैदा हुई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और समय पर जांच कर स्थिति को स्पष्ट किया।
इस घटनाक्रम के बाद, कुंदन कुमार ठाकुर की पत्नी और परिवार अब राहत में हैं क्योंकि उनका पति सुरक्षित है और लापता होने की अफवाहें निराधार साबित हो गई हैं।