डाक विभाग समाचार : बिहार में पेंशनधारियों के लिए राहत की खबर है, खासकर उनके लिए जो वृद्धावस्था के कारण कठिनाइयों का सामना करते हैं या ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। अब उन्हें लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, क्योंकि डाक विभाग ने घर बैठे डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (लाइफ सर्टिफिकेट) प्रदान करने की योजना शुरू की है। यह सुविधा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और डाक विभाग के संयुक्त प्रयास से उपलब्ध कराई जाएगी।
डाक विभाग ने पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ समझौता कर लिया है, ताकि पेंशनधारियों को हर साल जमा किए जाने वाले जीवन प्रमाणपत्र के लिए आसानी हो। इस सुविधा का लाभ मुख्यतः उन पेंशनभोगियों को मिलेगा, जो दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं और समय पर जीवन प्रमाणपत्र जमा करने में कठिनाइयों का सामना करते हैं।
इस योजना के तहत, एक से 30 नवंबर तक बिहार राज्य के सभी शहरों और कस्बों में कैंप लगाकर पेंशनभोगियों को डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने की सुविधा दी जाएगी। खास बात यह है कि डाक विभाग के माध्यम से डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक पेंशनधारियों के घर जाकर प्रमाणपत्र बनाएंगे। इस सेवा में पेंशनभोगियों को सरकारी दस्तावेज देने की जरूरत नहीं होगी। प्रमाणपत्र का निर्माण आधार-बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से किया जाएगा। डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक पेंशनधारियों के घर पर उनके अंगुली के निशान और चेहरे के प्रमाणीकरण के आधार पर जीवन प्रमाणपत्र तैयार करेंगे।
इसी योजना के अंतर्गत एक से 24 नवंबर तक राज्यभर के आठ सौ से अधिक शहरों और कस्बों में कैंप लगाए जाएंगे, जिसमें पेंशनभोगी बिना किसी परेशानी के जीवन प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे। इन शिविरों में पेंशन कल्याण संघों, यूआईडीएआई और अन्य हितधारकों को भी जोड़ा गया है, जिससे सेवा अधिक प्रभावी और सुगम हो सके।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की इस डोरस्टेप सेवा के तहत पेंशनधारियों को केवल 70 रुपये का मामूली शुल्क देकर घर बैठे डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनवाने की सुविधा मिलेगी। अगर पेंशनधारी चाहें, तो यह सुविधा निकटतम डाकघर जाकर भी प्राप्त कर सकते हैं। यह सेवा पूरी तरह से डिजिटल है, जिसमें आधार-आधारित प्रमाणीकरण से ही काम हो जाएगा, जिससे पेंशनधारियों को किसी अन्य दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी।
बिहार सर्किल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल, अनिल कुमार ने इस योजना के बारे में बताया कि इस योजना का उद्देश्य है कि पेंशनधारियों को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र सेवा सुगमता से मिल सके। कई पेंशनधारियों के लिए यह सेवा वरदान साबित होगी क्योंकि अब उन्हें लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे। यह योजना मुख्य रूप से वृद्धों, दिव्यांगों और ग्रामीण पेंशनधारियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।
डाक विभाग की इस नई योजना से पेंशनधारियों का समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी। साथ ही, डिजिटल प्रणाली के माध्यम से लाइफ सर्टिफिकेट बनाने का यह कदम एक नई व्यवस्था का परिचायक है, जिससे पेंशनधारियों की सुविधा में वृद्धि होगी।