सहरसा : जिले के सौर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत बैजनाथपुर ओपी क्षेत्र के खजूरी पंचायत के मुखिया रंजीत साह की हत्या के मुख्य सूत्रधार एवं राजद पार्टी से निकाले गए पूर्व नेता रंजीत यादव की गिरफ्तारी सुनिश्चित हो गई है। वहीं बीते पंचायत चुनाव में मुखिया के कट्टर प्रतिद्वंदी व हारे प्रत्यासी जीवन पोद्दार को भी मुख्य साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तारी सुनिश्चित कर ली गई है। ऐसे में मुखिया हत्याकांड के जहां तीन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित हो गई है। वहीं दो नामजद अपराधी अभी फरार चल रहे हैं। जिन की भी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
हालांकि इस हत्याकांड में प्रयुक्त कोई भी हथियार बरामद नहीं हुआ है।शनिवार को एसपी लिपि सिंह ने प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि शुक्रवार देर शाम बैजनाथपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खजूरी गांव पंचायत के मुखिया एवं सपहा गांव , वार्ड नंबर 16 निवासी सुरेंद्र प्रसाद साह के 32 वर्षीय पुत्र रंजीत साह हत्या कांड का उद्भेदन कर लिया गया है। उनकी हत्या में शामिल मुख्य साजिशकर्ता खजूरी गांव निवासी स्व भूपेंद्र यादव के पुत्र एवं राजद से निष्कासित नेता रंजीत यादव की गिरफ्तारी हो गई है। वहीं बीते कुछ दिन पूर्व जेल से जमानत पर बाहर निकले लक्ष्मीनिया गांव निवासी राजेंद्र यादव के अपराधी पुत्र दीपक यादव की भी गिरफ्तारी हो गई है। उन्होंने ही मुखिया की हत्या के लिए सुपाड़ी ली थी।
साथ ही रंजीत यादव और दीपक यादव एक ही गाड़ी से सहरसा से भागने का प्रयास कर रहे थे।उन्होंने बताया कि रंजीत साह मुखिया के चुनाव में जीत हासिल किया था। वही उक्त चुनाव में रंजीत यादव के समर्थित उमीदवार एवं खजूरी गांव , वार्ड नम्बर 9 निवासी जीवन पोद्दार मात्र 34 मत से चुनाव हार गए थे। वे डीलर थे। दोनों में कड़ी टक्कर हुई थी। लेकिन 34 वोट से जीवन पोद्दार की हार हो गई थी। उनकी यह हार रंजीत यादव को नागवार गुजरा था। जिसके बाद से ही वर्तमान मुखिया और रंजीत यादव में अदावत चली आ रही थी। बीते 26 जनवरी को भी उक्त दोनों अपराधियों ने मुखिया को जान से मार देने की धमकी दिया था। जिसके बाद मौका मिलते ही उनकी हत्या करवा दी गई।
मुखिया की हत्या के बाद उनकी पत्नी के द्वारा मामला दर्ज कराया गया था। जिसके 24 घंटे के अंदर तीन अपराधकर्मी की गिरफ्तारी कर ली गई है।गिरफ्तार तीनों अपराध कर्मियों का अपराधिक इतिहास भी रहा है। सभी के द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात भी स्वीकारी गई है। साथ में उन्होंने पुलिस के पूछताछ में अपने अन्य सहयोगियों का भी नाम बताया है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। बहुत जल्द उनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।उन्होंने बताया कि मुखिया को काफी नजदीक से दो गोली मारी गई। जिनसे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।मौके पर सदर डीएसपी संतोष कुमार , प्रशिक्षु डीएसपी निशिकांत भारती , महिषी थाना अध्यक्ष शिव शंकर कुमार , सदर थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार , बैजनाथपुर ओपी अध्यक्ष मो मोज्ज्बुद्दीन , सदर थाना जवान अमरेंद्र कुमार , आईटी सेल प्रभारी अमर कुमार सहित अन्य पदाधिकारी के प्रयास से पुलिस को उपलब्धि मिली है।