Patna : पटना में तेजस्वी यादव को लेकर एक विवादास्पद पोस्टर सामने आया है, जिसने सियासी हलकों में हड़कंप मचा दिया है। शहर के इनकम टैक्स चौराहे पर लगे इस पोस्टर में तेजस्वी यादव के हाथ में टोंटी दिखाई गई है, और उसे “टोंटी चोर…फेलस्वी यादव” के रूप में संबोधित किया गया है। इसी पोस्टर में लालू प्रसाद यादव की तस्वीर के साथ “चारा चोर” भी लिखा गया है। पोस्टर पर राजद (आरजेडी) के हरे रंग की थीम का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन इसे किसने लगवाया है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। पोस्टर पर किसी संस्था, राजनीतिक पार्टी, या नेता का नाम भी अंकित नहीं है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया: भ्रष्टाचार का आरोप
पोस्टर के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बिहार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि लालू परिवार के खून में भ्रष्टाचार है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी इस परिवार को सत्ता का मौका मिला, इन्होंने भ्रष्टाचार के नए-नए तरीके अपनाए। प्रवक्ता ने कहा, “लालू परिवार ने गरीबों का चारा खा लिया, नौकरी के बदले जमीन लिखवाई, और सरकारी बंगले से टोंटी, एसी, और सोफा तक उठा लिया। बिहार की जनता इस भ्रष्टाचारी परिवार को पहचान चुकी है, और यही कारण है कि उन्हें सत्ता से दूर कर दिया गया है।”
बंगले से सरकारी सामान गायब होने का आरोप
यह मामला तब शुरू हुआ जब तेजस्वी यादव ने पटना के 5 देश रत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगला खाली किया। महागठबंधन सरकार के गिरने के बाद, भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी यादव को बंगला खाली करने का नोटिस भेजा था। नोटिस के बाद शनिवार को तेजस्वी ने बंगला खाली कर दिया। लेकिन बंगले से सरकारी सामान, जैसे टोंटी, एसी, गीजर, और कुर्सियां गायब हो जाने का आरोप बीजेपी ने लगाया है। आरोप यह भी है कि बंगले से नए एसी और सोफा सेट हटा दिए गए और उनकी जगह पुराने एसी और सोफा रख दिए गए। यह मामला अब राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है।
तेजस्वी यादव का पलटवार
बीजेपी के आरोपों पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जोरदार पलटवार किया है। दुबई टूर से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा, “यह पूरी तरह हास्यास्पद है। यह सब मेरी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। बीजेपी को आरजेडी और मुझसे डर है, इसलिए वे इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। इन आरोपों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि उन्होंने अपने वकीलों से इस बारे में बात की है और जल्द ही आरोप लगाने वालों को कानूनी नोटिस भेजा जाएगा। उन्होंने आरोप लगाने वालों का प्रोफाइल तैयार करने की बात भी कही। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह दोषी हैं तो भवन निर्माण विभाग को इसका खुलासा करना चाहिए। “अगर भवन निर्माण विभाग चुप है, तो हम उन्हें भी इस मामले में पार्टी बनाएंगे और सभी को अदालत में ले जाएंगे,” उन्होंने कहा।
आगे क्या?
पटना में लगे पोस्टरों और बीजेपी के आरोपों के बाद यह मामला बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है। तेजस्वी यादव का सरकारी बंगला खाली करना और वहां से सामान गायब होने का आरोप महागठबंधन सरकार और विपक्षी दलों के बीच खींचतान को और बढ़ा रहा है। बंगले से सामान गायब होने की पुष्टि के बाद अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कानूनी कार्रवाई होती है। वहीं, इस बंगले में दशहरे के बाद पूजा-पाठ के साथ नए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी गृह प्रवेश करेंगे, जिससे यह बंगला फिर से चर्चा में आ गया है।