उत्तर प्रदेश / प्रतापगढ़ : रामपाल परिसर, चिलबिला में चल रही भव्य राम कथा के दौरान डॉ. चंद्रेश बहादुर सिंह की पुस्तक स्वतंत्रता के अमर सेनानी का अनौपचारिक विमोचन किया गया। यह कार्यक्रम अमृतकाल के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कथा व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण द्वारा विभिन्न राक्षसों के उद्धार की कथाएँ सुनाईं। इनमें पूतना वध की कथा विशेष रूप से प्रभावशाली रही। राम कथा का मुख्य आकर्षण राधा-कृष्ण के विवाह का दिव्य वर्णन और झांकी रही, जिसने श्रोताओं का दिल जीत लिया। भक्तों ने इस अद्भुत दृश्य का आनंद लिया और मंत्रमुग्ध हो गए।
डॉ. चंद्रेश बहादुर सिंह की पुस्तक स्वतंत्रता के अमर सेनानी ने सभी का ध्यान खींचा। पुस्तक में अंडमान और निकोबार में भारत माता के एक भव्य और दिव्य मंदिर के निर्माण का आह्वान किया गया है। इस मंदिर के निर्माण को जन सहयोग से पूरा करने की अपील की गई है। यह विचार देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता को समर्पित एक प्रेरणादायक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
आयोजन में मुख्य यजमान डॉ. हरिकेश बहादुर सिंह रहे। रायबरेली से आए विशेष अतिथियों में महेश दत्त मिश्र, राम सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्य भान सिंह, डॉ. राघवेन्द्र प्रताप सिंह, संतोष कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह और के.के. पांडेय की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
यह आयोजन आध्यात्मिकता और राष्ट्रप्रेम का एक अद्भुत संगम बन गया, जिसने स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।