Railway News : भारतीय रेल के समस्तीपुर मंडल ने टिकट बुकिंग एजेंट (एसटीबीए) की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह पहल विशेष रूप से मैट्रिक पास बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए की गई है। समस्तीपुर मंडल के 11 रेलवे स्टेशनों पर यह नियुक्ति की जाएगी, जिनमें जुब्बा साहनी, रामगढ़वा, सोनबरसा कचहरी, बुद्धमा, कृत्यानंद नगर, धमारा घाट, पिपराही, कपरपुरा, रीगा, ककरघटी, और रूनी सैदपुर शामिल हैं।
कैसे मिलेगा कमीशन?
स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट को अनारक्षित (जनरल) टिकटों की बिक्री पर कमीशन के आधार पर भुगतान किया जाएगा।
– ₹20,000 तक की टिकट बिक्री पर 25% कमीशन।
– ₹20,001 से ₹1 लाख तक की बिक्री पर 15% कमीशन।
– ₹1 लाख से अधिक की बिक्री पर 4% कमीशन।
यह कमीशन प्रणाली टिकट बिक्री को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ एजेंट्स की आय को भी सुनिश्चित करती है।
नियुक्ति की अवधि और प्रक्रिया
स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट की नियुक्ति तीन वर्षों के लिए होगी। इच्छुक उम्मीदवार 12 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पंजीकृत डाक, कोरियर, साधारण डाक, या व्यक्तिगत रूप से समस्तीपुर मंडल कार्यालय में जमा किया जा सकता है।
आवश्यक योग्यताएं और दस्तावेज
आवेदकों को मैट्रिक पास होना अनिवार्य है। इसके साथ ही, आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
1. चरित्र प्रमाण पत्र
2. आवासीय प्रमाण पत्र
3. स्व-अभिप्रमाणित फोटो
4. डिमांड ड्राफ्ट
5. अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र
मैट्रिक पास युवाओं के लिए सुनहरा मौका
यह पहल समस्तीपुर मंडल द्वारा मैट्रिक पास बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके लिए आय के नए स्रोत उपलब्ध कराने का प्रयास है। स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट की जिम्मेदारी में टिकट बिक्री और यात्री सुविधा शामिल होगी।
स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा
रेलवे के इस कदम से छोटे स्टेशनों पर स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा और यात्रियों को टिकट सेवाओं में सुधार का लाभ मिलेगा। रेलवे के इस निर्णय की सराहना करते हुए स्थानीय लोगों ने इसे रोजगार सृजन की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है।
समय पर आवेदन की अपील
समस्तीपुर मंडल ने इच्छुक उम्मीदवारों से समय पर आवेदन जमा करने की अपील की है। चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद नियुक्त एजेंट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकें।
रेलवे की यह पहल न केवल रोजगार के नए द्वार खोलती है, बल्कि छोटे स्टेशनों पर टिकट बिक्री को सुव्यवस्थित करने में भी मददगार साबित होगी।