Ruu-Ba-Ruu: बुलंद हौसले की मिसाल कुंदन राय
इरादे मजबूत इरादा हो तो बाधाएं लाख आए, सफलता आपकी कदम चूमेगी कुंदन राय
- Ruu-Ba-Ruu
Interview: आज गाम घर रू-ब-रू (Ruu-Ba-Ruu) में आज आपसे रू-ब-रू हों रहे हैं मिथिला पेंटिंग (Mithila Painting) के सशक्त हस्ताक्षर कुंदन कुमार राय (Kundan Kumar Roy), जिन्होंने वर्णांधता के बावजूद पेंटिंग को अपना करियर चुना और आज ये खुद को मिथिला पेंटिंग की दुनियां में स्थापित कर चुके हैं ।
कुंदन जी आप समस्तीपुर जैसे छोटे शहर में पैदा हुए इसके साथ ही कुदरत ने भी आप पे कहर बरपाया फिर भी आप ने हिम्मत नहीं हारी इसके लिए आपके जज्बे को मैं सलाम करता हूं ! सबसे पहले तो ये बताइए कि आपकी प्रारंभिक शिक्षा कहां और कैसे हुई ?
कुंदन : मेरा हौसला बढ़ाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका, मेरी प्रारंभिक शिक्षा समस्तीपुर में अपने परिवार के साथ रहते हुए पूरी हुई है।
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आपने कोई टेक्निकल कोर्स भी किया है और अगर किया है तो उसके प्रति आपकी सोच क्या थी ?
कुंदन : सबसे पहले तो मैं उच्च शिक्षा के लिए नागपुर चला गया और वहां नागपुर यूनिवर्सिटी से मैने एम बी ए (मार्केटिंग/ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट) किया ।
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कलर ब्लाइंडनेस होने के बाद भी आपने पेंटिंग के क्षेत्र में अपना किस्मत आजमाया और आज आप मिथिला पेंटिंग की दुनियां में बहुत बड़ा नाम है आपने क्या सोचकर पेंटिंग का क्षेत्र चुना ?
कुंदन : शुरुआत में मुझे पेंटिंग बनाने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि मैं रंगों को पहचान नहीं पता था इसके लिए मैने बहुत ज्यादा अभ्यास किया । रही बात कि मैंने पेंटिंग क्यों चुना तो मेरा मानना है आप पेंटिंग के जरिए अपने भावों को जैसे चाहें वैसे दर्शा सकते हैं और पेंटिंग की दुनियां भी अनंत है आप इसमें कुछ भी बना लें लेकिन इसका आकाश खत्म नहीं होता है ।
जब आप पेंटिंग के क्षेत्र में आए तो आपको अपने परिवार का कितना सपोर्ट मिला और आखिर पेंटिंग के लिए प्रेरणा कहां से मिली ।
कुंदन : जब मैं पेंटिंग के क्षेत्र में आया तो मेरे परिवार के लोग मेरे साथ तो थे लेकिन कलर ब्लाइंडनेस के वजह से मेरे घरवालों को बहुत डर लगता था कि मुझे इस क्षेत्र में कमियाबी मिलेगी कि नहीं । और सच कहूं तो इसी कलर ब्लाइंडनेस ने मुझे हिम्मत दी कि मैं रंगों के साथ खेलूं क्योंकि मैं वो करना चाह रहा था जिसके लिए लोगों में भरम था कि मैं कर ही नहीं सकता हूं । चुकी मैंने एम बी ए किया था तो 2011 से 2016 तक प्राइवेट सेक्टर में काम किया, इस दौरान मैं हमेशा सोचता था कि आखिर मैं जो चाहता हूं वो कर क्यों नहीं सकता और 2016 से लोगों में जागरूकता लाने के लिए लगातार सरकारी संस्थानों से मिलकर और ऐसे भी स्वतंत्र रूप से मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी कार्य कर रहा हूं ।
जहां तक मुझे जानकारी है आपको पेंटिंग के लिए बहुत सारे पुरस्कारों से पुरुष्कृत किया गया है आप इन पुरस्कारों के बारे में बताएंगे ?
कुंदन : पेंटिंग करना मेरे लिए बहुत बड़ा चैलेंज था क्योंकि रंग संयोजन मुश्किल था मेरे लिए फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी जिसका नतीजा है कि मुझे निर्वाचन विभाग द्वारा मिथिला चित्रकला के लिए राज्य स्तरीय सम्मान मिला, वहीं मेरी 108 पेंटिंग ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। मैं समाज में अपनी कला से जागरूकता फैलाने का कार्य करता हूं। मेरी पेंटिंग सरकारी, गैर सरकारी संगठनों में आइकॉन के रूप में लोगो के रूप में दिखती है, बड़े बड़े कार्यक्रम में गिफ्ट के रूप में दी जाती है। मतदाता जागरूकता की पेंटिंग के लिए 25 जनवरी 2021 में 11वे मतदाता दिवस पर बिहार के मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सर द्वारा मुझे राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया गया। अभी हाल ही में “राजकीय राजगीर मलमास मेला 2023” में आए सभी अतिथियों का स्वागत मेरी मिथिला पेंटिंग से किया गया और जिला अधिकारी श्री शशांक शुभंकर सर, नालंदा द्वारा मुझे समानित किया गया है। मगध सम्राट जरासंध जी महाराज के 5226वे जन्मोत्सव के अवसर पर “जरासंध महोत्सव”, राजगीर में मेरे द्वारा बनाई गई जरासंध महाराज की मिथिला पेंटिंग बिहार के मुख्य्मंत्री श्री नीतीश कुमार जी को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मिलन सिंह चंद्रवंशी जी द्वारा भेंट किया गया है । समस्तीपुर जिला अधिकारी श्री प्रणव कुमार सर द्वारा भी मुझे सम्मानित किया गया है। मेरी पेंटिंग भारत में नेता, अभिनेता, व्यवसाई, सेलिब्रेटी सभी वर्ग के लोग पसंद करते है और बड़े बड़े कार्यक्रम इत्यादि में गिफ्ट करते है वहीं भारत से अमेरिका, लंदन, निदरलैंड इत्यादि देशों में भी मेरी पेंटिंग जाती है। मोटिवेशन और आर्ट के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए मुझे दर्जनों सम्मान भी मिले हैं (जैसे भारत श्री, क्लारत्न सम्मान, यूथ आइकॉन ऑफ इंडिया, बिहार शौर्य, बिहार गौरव, प्राइड ऑफ बिहार, समस्तीपुर रत्न इत्यादि दर्जनों सम्मान) मैं हमेशा सामाजिक जागरूकता पर पेंटिंग बनता हूं जिनमे से 108 कोरोना वायरस जागरूकता पर बनी पेंटिंग गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई है।
कुंदन जी आप, हमारे पाठकों से कुछ कहना या कोई मैसेज देना चाहेंगे ?
कुंदन : मैं गाम घर (Gaam Ghar) या गाम घर के पाठकों को बस इतना कहना चाहूंगा कि चाहे परिस्थिति कुछ भी हो हिम्मत मत हारनी चाहिए
बहुत बहुत धन्यवाद कुंदन जी, आपने, अपने व्यस्ततम समय से गाम घर के लिए जो समय निकला उसके लिए तहे दिल से धन्यवाद और आपने जो मिथिला पेंटिंग के माध्यम से मिथिला के मान सम्मान में सितारे टांके हैं उसके लिए मिथिलावासी आपका सदा आभारी रहेगा।
कुंदन : आपका भी बहुत बहुत धन्यवाद अशोक अश्क जी गाम घर के माध्यम से आपने जो हमे इज्जत दिया उसके लिए मैं गाम घर न्यूज और इसके पाठकों का आभारी हूं । बहुत बहुत धन्यवाद।