समस्तीपुर : समस्तीपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा की अध्यक्षता में शनिवार को श्रम, बाल श्रम, बाल संरक्षण, नियोजन एवं कौशल विकास की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में 24 अक्टूबर को होली मिशन हाई स्कूल में होने वाले नियोजन मेला की तैयारियों पर विशेष जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियोजन मेला का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि रोजगार की तलाश में लगे युवाओं को बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।
नियोजन मेला की तैयारियों पर जोर
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने नियोजन मेला की व्यापक तैयारियों के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रोजगार इच्छुक अभ्यर्थियों का एनसीएस (नेशनल करियर सर्विस) पोर्टल पर निबंधन सुनिश्चित किया जाए और रोजगार मेलों में उनकी भागीदारी को बढ़ावा दिया जाए। कौशल विकास के कार्यक्रमों की गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए जिलाधिकारी ने कौशल विकास केंद्रों की सतत जांच की जरूरत पर भी जोर दिया। इसके लिए कौशल प्रबंधकों को निर्देश दिया गया कि वे केंद्रों की नियमित जांच करें और प्रशिक्षण की गुणवत्ता बनाए रखें।
कौशल विकास और रोजगार बढ़ाने के निर्देश
जिला निबंधन सह एवं परामर्श केंद्र के प्रबंधक और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि कौशल विकास में अधिक से अधिक छात्रों का नामांकन सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार के अवसर मिल सकेंगे और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि मेला के दौरान आने वाले सभी रोजगार इच्छुक युवाओं के लिए उनकी योग्यताओं के अनुसार रोजगार की संभावनाएं सुनिश्चित की जाएं।
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श्रम और बाल श्रम पर कड़ी निगरानी
श्रम विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने श्रम अधीक्षक समस्तीपुर को निर्देश दिया कि श्रमिकों के निबंधन की प्रक्रिया को तेज किया जाए और बाल श्रम की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके लिए समय-समय पर विभिन्न संस्थानों में श्रम प्रवर्तन अधिकारियों के माध्यम से छापामारी की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने जोर दिया कि श्रमिकों से जुड़ी समस्याओं का समाधान 100% सुनिश्चित किया जाए ताकि उनके अधिकारों की रक्षा हो सके।
बाल संरक्षण योजनाओं पर ध्यान
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही परवरिश और स्पॉन्सरशिप स्कीम जैसी योजनाओं का लाभ सभी पात्र बच्चों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की नियमित समीक्षा की जाए और लाभार्थियों को समय पर सहायता मिले।
बैठक में जिला नियोजन पदाधिकारी सुमित कुमार, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई आकाश, श्रम अधीक्षक सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से समन्वय बनाकर काम करने की अपील की, ताकि आने वाले नियोजन मेला में अधिकतम युवाओं को रोजगार मिल सके और समस्तीपुर जिले में कौशल विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया जा सके।
नियोजन मेला के सफल आयोजन से समस्तीपुर के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे, जिससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और जिले की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इस पहल से स्थानीय युवाओं को अपने कौशल के अनुरूप नौकरी पाने का सुनहरा मौका मिलेगा।