समस्तीपुर : समस्तीपुर के प्रभास विवाह भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व मंत्री और वीआईपी सुप्रीमो ‘सन ऑफ मल्लाह’ श्री मुकेश सहनी ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। यह कार्यक्रम ‘सरकार बनाओ, अधिकार पाओ’ अभियान के तहत आयोजित किया गया था, जिसमें उन्होंने बिहार की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुधन, और प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध बिहार आज भी देश के सबसे पिछड़े राज्यों में गिना जाता है, जिसका मुख्य कारण सरकार की विफल नीतियाँ हैं।
मुकेश सहनी ने विशेष रूप से हर साल आने वाली बाढ़ की त्रासदी पर चिंता जताई, जिससे प्रदेश की जनता बेहाल हो जाती है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित गरीबों की मदद के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है और उन्हें उनके हाल पर छोड़ देती है। पिछले 20 वर्षों में आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ की समस्या से प्रदेश की जनता को निजात दिलाने में पूरी तरह विफल साबित हुआ है। सहनी ने कहा कि जब वीआईपी पार्टी को सरकार में कुछ महीनों के लिए काम करने का मौका मिला था, तब उन्होंने मत्स्य और पशुपालन से जुड़े कई वर्षों से लंबित कार्यों को तेजी से पूरा किया था।
सहनी ने निषाद समाज और मछुआरों की बेहतरी के लिए उठाए गए ठोस कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार मछुआरों और निषाद समाज की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने बताया कि मछुआरों के पास तालाब आवंटन की सुविधा नहीं है और न ही मछलियों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध हैं। निषाद समाज पूरी तरह से उपेक्षित और त्रस्त है, और ऐसे में उन्हें अब सरकार में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करनी होगी।
मुकेश सहनी ने अपने संबोधन में 2025 के विधानसभा चुनाव को गरीबों, अतिपिछड़ों और वंचितों के अधिकारों की निर्णायक लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य है ताकि एक मजबूत सरकार बनाई जा सके और निषाद समाज के सपनों को साकार किया जा सके।