समस्तीपुर : समस्तीपुर रेल मंडल के अंतर्गत दरभंगा में चलती ट्रेन में एक अनोखी घटना घटी, जब एक गर्भवती महिला ने सफर के दौरान नवजात को जन्म दिया। सहरसा से लहेरियासराय आ रही ट्रेन संख्या 05548 में यात्रा कर रही मीना कुमारी नामक महिला ने गुरुवार को अचानक प्रसव पीड़ा महसूस की। घटना की जानकारी ट्रेन के यात्रियों ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को दी, जिसके बाद तुरंत मदद का इंतजाम किया गया।
आरपीएफ और डॉक्टर ने निभाई अहम भूमिका
घटना की सूचना मिलते ही ट्रेन के दरभंगा जंक्शन पर पहुंचने पर रेलवे अस्पताल में तैनात डॉक्टर ऋचा मिश्रा और सहायक कर्मी चिंटू को बुलाया गया। डॉक्टर ऋचा मिश्रा और उनके सहयोगियों ने तुरंत ट्रेन में पहुंचकर महिला की मदद की और सुरक्षित प्रसव कराकर एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिलवाया। जच्चा और बच्चा दोनों की हालत ठीक होने के बाद उन्हें इलाज के लिए रेलवे अस्पताल ले जाया गया।
रेलवे अधिकारियों ने दी सूचना, सोशल मीडिया पर खुशी व्यक्त
इस घटना की जानकारी आरपीएफ की ओर से डीआरएम कार्यालय को भी दी गई। समस्तीपुर स्थित डीआरएम कार्यालय ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर पोस्ट भी साझा की। पोस्ट में डॉक्टर ऋचा मिश्रा और आरपीएफ की महिला सिपाही को नवजात बच्चे को गोद में लेकर खुशी मनाते हुए दिखाया गया। इस पोस्ट को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी लाइक किया और अपनी खुशी जाहिर की।
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महिला और नवजात की स्थिति सामान्य, सहयोग के लिए जताया आभार
डॉ. ऋचा मिश्रा ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और प्रसव के दौरान महिला ने काफी सहयोग किया, जिससे काम आसान हो गया। दूसरी ओर, नवजात की मां मीना कुमारी ने भी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि पहले उन्हें थोड़ी घबराहट हुई थी, लेकिन डॉक्टर और आरपीएफ के सहयोग से सब कुछ ठीक हो गया। उन्होंने रेलवे के कर्मचारियों का धन्यवाद किया, जिनके त्वरित प्रयासों ने उनके प्रसव को सुगम बना दिया।
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ट्रेन यात्रियों के लिए अनोखा अनुभव, इंसानियत का उम्दा उदाहरण
चलती ट्रेन में इस तरह की आपातकालीन स्थिति में रेलवे के कर्मचारियों और डॉक्टर की तत्परता ने इंसानियत की मिसाल पेश की। घटना ने यात्रा कर रहे अन्य यात्रियों को भी भावुक कर दिया और सभी ने नवजात के सुरक्षित जन्म पर खुशी जताई। यह घटना रेलवे और आरपीएफ की संवेदनशीलता और तत्परता का प्रमाण है, जिससे लोगों के दिलों में रेलवे के प्रति विश्वास और बढ़ा है।
इस घटना ने दिखाया कि कैसे आपातकालीन स्थिति में भी रेलवे की टीम ने त्वरित और कुशल प्रतिक्रिया देकर एक जीवन को सुरक्षित जन्म दिया। यह न केवल मीना कुमारी और उनके परिवार के लिए बल्कि समस्तीपुर रेल मंडल के लिए भी एक यादगार पल बन गया।