समस्तीपुर : शहर के माल गोदाम चौक पर स्थित द उम्मीद पाठशाला पर पर राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए संगोष्ठी का आयोजन किया गया! जिसमें टीम द उम्मीद के मेडिकल कोर के अध्यक्ष सह शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ० सौमेन्दु मुखर्जी सर के द्वारा बताया गया कि भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल आज़ाद हैं। देश के प्रमुख संस्थानों जैसे IIT, IIScs, आदि की स्थापना के पीछे उनका बड़ा हाथ था और हर साल 11 नवंबर को, हम उनके जन्मदिवस के सम्मान के लिए राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाते हैं।
ये दिवस 2008 से मनाया जा रहा है, और इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा के प्रति अधिक लोगों को आकर्षित करना और देश की साक्षरता दर को बढ़ाना है। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए, शहर के नीरव स्पोर्ट्स के संचालक नीरव जी बताया कि बताया कि इस दिन, शिक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने और प्रत्येक व्यक्ति को साक्षर बनाने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने साल 2008 में मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाने की घोषणा की ! द उम्मीद के संस्थापक अमरजीत यादव ने 2023 में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की थीम “एक सतत भविष्य के लिए अभिनव शिक्षा” रखी गई है. इस थीम के जरिए शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा देने और एक टिकाऊ भविष्य के निर्माण में शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डाला जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षा दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है जिसके माध्यम से शिक्षा का महत्व स्मरण किया जाता है. शिक्षा एक शक्तिशाली साधन है जिसके माध्यम से हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
यह हमें ज्ञान, कौशल और क्षमताएं देता है जो हमें अपने लक्ष्यों को पूरा करने और दुनिया को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं! मौके पर द उम्मीद के बोर्ड मेम्बर राहुल श्रीवास्तव (संस्थापक ब्लड फोर्स फोर्स टीम), रवि कुमार, नवनीत कुमार, आदेश कुमार, अमन कुमार, सुमित भारती, सुमन कुमारी, पूजा कुमारी, नूतन सिंह , राकेश कुमार आदि उपस्थित थे।