शिवाजीनगर प्रखंड प्रमुख का एफसीआई गोदाम निरीक्षण, 34 बोरा सड़ा अनाज
निरीक्षण में प्रखंड प्रमुख को एक सौ बोरा गेहूं और 54 बोरा चावल स्टॉक से अधिक मिला। इसके अतिरिक्त, 34 बोरा अनाज सड़ा हुआ पाया गया, जो वितरण के लिए अनुपयुक्त था।
समस्तीपुर/शिवाजीनगर : शिवाजीनगर में मंगलवार को प्रखंड प्रमुख डॉ. गोविंद कुमार ने एफसीआई (लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली – TPDS) गोदाम का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य डीलरों द्वारा लगातार की जा रही शिकायतों की जांच करना था, जिसमें कहा गया था कि गोदाम से घटिया किस्म का अनाज दिया जा रहा है, जिससे वितरण में कठिनाई हो रही है। निरीक्षण के दौरान प्रमुख के साथ उप प्रमुख पूनम कुमारी, पंचायत समिति सदस्य आशा कुमारी, सीताराम यादव सहित अन्य जन प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान गोदाम में मौजूद कर्मियों से गेहूं और चावल के स्टॉक की जानकारी ली गई। प्रमुख को बताया गया कि गोदाम में डीलरों के लिए 374 क्विंटल गेहूं और 2500 क्विंटल चावल का स्टॉक है, साथ ही मध्याह्न भोजन के लिए 276 क्विंटल अनाज का भंडारण किया गया है। हालांकि, निरीक्षण में प्रखंड प्रमुख को एक सौ बोरा गेहूं और 54 बोरा चावल स्टॉक से अधिक मिला। इसके अतिरिक्त, 34 बोरा अनाज सड़ा हुआ पाया गया, जो वितरण के लिए अनुपयुक्त था।
प्रखंड प्रमुख डॉ. गोविंद कुमार ने बताया कि डीलरों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि गोदाम से खराब गुणवत्ता का अनाज दिया जा रहा है, जिसे राशनकार्ड धारक लेने से मना कर देते हैं। उन्होंने कहा कि अनाज को डीलरों को वजन कर के देने का नियम है, लेकिन गोदाम में गाड़ी से अनाज उतार कर बिना वजन किए ही वितरित किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि गोदाम की काटा वेट मशीन का लाइसेंस नहीं था, और गोदाम मैनेजर निरीक्षण के समय मौजूद नहीं थे।
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प्रखंड प्रमुख ने कहा कि इससे पहले भी गोदाम का निरीक्षण कर संचालकों को सही तरीके से अनाज वितरण करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन, गोदाम के संचालक और कर्मचारी अपनी मनमानी पर उतारू रहे और अनाज का वितरण अनियमितता से करते रहे। इस स्थिति को सुधारने के लिए प्रमुख ने दस सदस्यीय कमेटी गठित करने की घोषणा की, जो गोदाम में अनाज वितरण की प्रक्रिया पर निगरानी रखेगी। इस कमेटी की उपस्थिति में ही भविष्य में अनाज का वितरण किया जाएगा, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और डीलरों को सही मात्रा में अनाज मिले।
इस औचक निरीक्षण के बाद स्थानीय स्तर पर हड़कंप मच गया है। डीलरों ने प्रमुख की इस कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे भविष्य में उन्हें गुणवत्तापूर्ण अनाज प्राप्त होगा। वहीं, प्रखंड प्रमुख ने साफ किया कि वह इस मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को रिपोर्ट भेजेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।