Patna : लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद, एनडीए की नई सरकार की तैयारी धीरे-धीरे शुरू हो रही है। इस संदर्भ में, जेडीयू के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘Nitish Kumar’ को किंग मेकर के रूप में देखा जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ‘Tejswi yadav’ ने भी इसके बारे में इशारा किया है, जिससे साफ है कि उनका समर्थन इस सरकार के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने साफ किया है कि उनका समर्थन तीन शर्तों पर निर्भर करेगा। यह घटना राजनीतिक गतिशीलता का प्रतीक है और दिखाता है कि राजनीतिक दल कैसे अपने हित में साझेदारी की खोज करते हैं। इस नई सरकार के गठन से जुड़े संभावनाएं उच्च हैं, जो बिहार के विकास और कल्याण के प्रति नए दिशानिर्देश प्रदान कर सकती हैं।
तेजस्वी ने अपने पूर्व एक्स को लेकर अपने स्टैंड को स्पष्ट किया है, कहते हुए कि उन्हें बिहार किंग मेकर के रूप में समर्थन किया जाना चाहिए। उनकी तीन मुख्य शर्तें बेरोजगारी को हटाने, पलायन को रोकने, और उद्योग-धंधे को प्रोत्साहित करने की हैं। पहली शर्त के अंतर्गत बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, जबकि दूसरी शर्त के अनुसार जातिगत जनगणना करानी चाहिए। तीसरी शर्त में, महागठबंधन सरकार द्वारा बढ़ाए गए 75% आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए। उनकी ये मांगें सामाजिक और आर्थिक समानता की दिशा में एक प्रयास हैं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार को एक “किंग मेकर” के रूप में उभरते हुए देखा। उन्होंने बताया कि राज्य में राजद को सबसे अधिक वोट मिला है और उनका मतदान प्रतिशत भी सबसे अधिक है। उन्होंने दिखाया कि राज्य के लोगों की भावनाओं में परिवर्तन हुआ है और यहाँ रोजगार को मुख्य मुद्दा माना जा रहा है। उन्होंने भाजपा की विभाजनकारी नीतियों और नफरत की राजनीति के खिलाफ लोगों के वोट की अपेक्षा की है। उन्होंने देश की जनता के लिए संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए मतदान का महत्व बताया।
तेजस्वी ने मतदान के परिणामों का अवलोकन करते हुए कहा कि भाजपा बहुमत के करीब भी नहीं आई है। इससे खुद का बहुमत होने की वजह से भाजपा अब दूसरों पर निर्भर है। उन्होंने उत्कृष्ट स्थिति के लिए सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और 75% आरक्षण को संविधान की 9वीं सूची में शामिल करने की मांग की। उन्होंने इसे देशव्यापी जाति जनगणना के साथ जोड़ा।
बिहार किंग मेकर बना है इसलिए बिहार में बेरोजगारी हटाने व पलायन रोकने एवं उद्योग-धंधे लगाने के लिए निम्न शर्तों पर समर्थन होना चाहिए:-
1. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना
2. देशभर में जातिगत जनगणना कराना
3. महागठबंधन सरकार द्वारा बढ़ाए गए 75% आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची… pic.twitter.com/YR4ckCpMjU— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 5, 2024