“तेजस्वी” का पीएम मोदी पर सवाल: गुजरात में OBC लिस्ट को ले कर
गुजरात की OBC लिस्ट में शामिल 25 मुस्लिम जातियों की लिस्ट दिखा तेजस्वी ने पीएम मोदी पर उठाया सवाल
Patna : बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी प्रसाद (Tejashwi Yadav) यादव ने गुजरात के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सूची में शामिल 25 मुस्लिम जातियों की लिस्ट दिखाकर मुस्लिम आरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर सवाल उठाया है। उन्होंने सोमवार की सुबह सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर गुजरात की ओबीसी लिस्ट में शामिल 25 मुसलमान जातियों की लिस्ट छापकर कहा है कि संविधान में आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन है।
तेजस्वी ने पीएम मोदी के साथ-साथ मीडिया पर भी सवाल उठाया है और उन पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे विवादित मुद्दों पर मीडिया को भी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। तेजस्वी का विरोध मोदी सरकार की ओबीसी लिस्ट में मुस्लिम जातियों की शामिली के मामले में बढ़ता जा रहा है।
तेजस्वी ने फोटो के साथ लिखा है कि यह मुस्लिम ओबीसी जातियों की केंद्रीय सूची है, जिन्हें गुजरात में पिछड़े वर्ग में आरक्षण मिलता है। इसे उन्होंने नरेंद्र मोदी के 13 साल के CM पदकाल के दौरान होने के संदर्भ में शेयर किया है। उन्होंने इस जानकारी को प्रधानमंत्री के साथ साथ गोदी मीडिया के अज्ञानियों के लिए भी दिया है, जो केवल व्हाट्सएप ज्ञान पर न्यूज़ पढ़ते हैं और भ्रम, नफरत, और अफवाह फैलाते हैं। वे यह नहीं समझते कि हमारे संविधान में आरक्षण का आधार धर्म नहीं, बल्कि सामाजिक पिछड़ापन है।
लोकसभा चुनाव के प्रचार के साथ ही, देश के संसाधनों पर मुसलमानों के अधिकार को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पुराने बयान को सामने रखकर, भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आरक्षण में ओबीसी, एससी, एसटी का हक मारकर मुसलमानों को देने की तैयारी कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभाओं में इस मसले पर कई बार बयान दिया है और कहा है कि जब तक वे जिंदा हैं, ओबीसी, एससी, एसटी के आरक्षण को काटकर धर्म के आधार पर मुसलमानों को नहीं देंगे।
यह मुस्लिम ओबीसी जातियों की केंद्रीय सूची है जिन्हें गुजरात में पिछड़े वर्ग में आरक्षण मिलता है।
हाँ! उसी गुजरात में जहां नरेंद्र मोदी जी 13 वर्षों तक CM रहे है।
यह जानकारी प्रधानमंत्री के साथ साथ गोदी मीडिया के अज्ञानियों के लिए भी है जो केवल व्हाट्सएप ज्ञान के आधार पर आजकल… pic.twitter.com/KYIYWwRT4L
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 27, 2024