भागलपुर: दुल्हन सुहागरात को ही पति को छोड़ ससुराल से फरार हो गई साथ ही गहने और रुपये पर भी हाथ साफ कर गई. गृहस्थी बसाने के सपने देखने वाला दूल्हा अब थाने के चक्कर लगा रहा है ताकि उसे न्याय मिले. मामला भागलपुर जिला से जुड़ा है. नवगछिया इलाके के नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में शादी कर ससुराल पहुंची नवविवाहिता फरार हो गई. घटना को लेकर पीड़ित पति नंदलाल ठाकुर ने भवानीपुर थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवायी है. पीड़ित ने बताया कि उसके हाथो की मेंहदी भी अभी नही छूटी थी. अभी तो पत्नी के साथ घर बसाने का सपना ही देख रहा था कि ऐसा हो गया. 21 मई को मुंगेर के बरियारपुर थाना क्षेत्र के लोहछी लक्ष्मीपुर में धूमधाम से उसकी शादी हुई थी. 22 मई को पत्नी के साथ वो अपने घर पहुंचा.
22 मई की ही देर रात जेवरात नगदी समेत अन्य सामग्री लेकर उसकी पत्नी फरार हो गई. इस मामले को लेकर ससुराल में छानबीन की गई तो पता चला कि नव विवाहिता वहां नहीं पहुंची और प्रेम प्रसंग में प्रेमी के साथ फरार हो गई है. इसको लेकर पीड़ित पति ने प्राथमिकी दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है, जिसके बाद भवानीपुर थाना में मामला दर्ज कर सघनता से जांच की गई. केस के अनुसंधानकर्ता पुलिस अवर निरीक्षक राजीव कुमार यादव ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से मानसी के एक गांव से नवविवाहिता के साथ फरार होने में उपयोग की गई क्रेटा चारपहिया वाहन को गुरुवार को बरामद कर लिया है.
नवविवाहिता का शुक्रवार को न्यायलय में बयान करवाया. पीड़ित युवक ने बताया कि हिंदू रीति रिवाज के तहत मेरी शादी हुई थी. पीड़ित ने बताया कि उसकी पत्नी कुछ नगदी और जेवरात लेकर फरार हो गई. नगदी लगभग एक लाख चालीस हजार लगभग था वहीं जेवरात जो हम दिए थे वो पांच तोला और जो गिफ्ट वगैरह मिला था वो सब लेकर भाग गई. गिफ्ट में भी उसे दो तोला सोना मिला था. पति का कहना है कि प्रेमी को हम यदि पहचानते तो शादी ही नहीं करते लेकिन लड़की सारी बात जानती थी, फिर भी उसके माता-पिता ने मुझसे शादी करवा दी.
दूल्हे का कहना है कि हम तो कभी शादी से पहले अपनी पत्नी से बात नही किए लेकिन जो मिडियेटर था और मेरी मम्मी, कभी-कभी बात करती थी. दस दिन पंद्रह दिन में बात होती थी और इतनी अच्छे से बात करती थी कि लगता नहीं था की वो फ्रॉड है. इस मामले में नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बताया कि भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज की गई है, और अनुसंधानकर्ता के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए लड़की को बरामद भी कर लिया गया है.
लड़की को बरामद कर के न्यायालय में 164 का बयान भी दर्ज कराया गया है. चूंकि वो बालिग है तो माननीय न्यायालय के आदेशानुसार जहां वो जाना चाहे वहां जाए. लड़की को मां के सुपुर्द कर दिया गया है. पूछताछ के क्रम में महिला ने स्पष्ट इंकार किया है कि उसने कोई पैसा और जेवरात लिया है.