समस्तीपुर/विद्यापतिनगर : मिथिला के महान कवि विद्यापति ठाकुर के सम्मान में आयोजित 12वें विद्यापति राजकीय महोत्सव का विधिवत आगाज किया गया। इस मौके पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने महोत्सव का उद्घाटन करते हुए महाकवि विद्यापति को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि विद्यापति ने मैथिली भाषा में अपने काव्य से साहित्य की दुनिया को समृद्ध किया और समाज सुधारक के रूप में भी अपना योगदान दिया। मंत्री ने राज्य सरकार की ओर से मिथिला संस्कृति को संरक्षित रखने का संकल्प दोहराया और विद्यापति परिषद के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी आभार प्रकट किया, जिनके प्रयास से इस आयोजन को और व्यापकता मिली है।
मंत्री चौधरी ने कहा कि विद्यापति ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज की कई कुरीतियों पर प्रहार किया, जिनमें बाल विवाह और मद्यपान प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री द्वारा आज इन मुद्दों पर कानून बनाकर सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए कदम उठाए गए हैं, जिससे उनके विचारों को नया आयाम मिला है। मंत्री ने महाकवि के भक्ति भाव को समाज के लिए प्रेरणा बताया और लोगों से उनके आदर्शों का अनुसरण करने का आग्रह किया।
उद्घाटन सत्र में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने अपने संबोधन में विद्यापतिधाम पर कार्य करने का अवसर मिलने पर गौरवान्वित महसूस करने की बात कही और कहा कि यह महोत्सव मिथिला और मैथिली संस्कृति की झलक को प्रस्तुत करने का माध्यम बनेगा। जिलाधिकारी ने आगंतुक अतिथियों और जनसमूह का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की शुरुआत महाकवि के तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पण से हुई। विद्यापति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मैथिली स्वागत गान ‘मंगल दिन आज है पाहुन’ ने समारोह में सांस्कृतिक समृद्धि का अहसास कराया। इसके बाद वागीश झा और विजय कुमार गिरि द्वारा मंगलाचरण का प्रस्तुतीकरण हुआ।
उद्घाटन सत्र का संचालन अनंत कुमार राय ने किया, जिनकी ओजस्वी शैली ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मौके पर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा, और विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी एवं विद्यापति परिषद के सदस्य उपस्थित रहे।