समस्तीपुर: बिहार के नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी उनके द्वारा कार्यभार संभालने के बाद अब समस्तीपुर जिले के पुलिस अधिकारी एक्शन मोड में दिख रहे हैं। जिसके बाद कल गुरुवार को समस्तीपुर जिला के दियारा इलाके में देशी विदेशी शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया गया। जिसके बाद समस्तीपुर जिला वासियों को यह लग रहा है कि अब पुलिस शराबबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए धरातल पर मजबूती से कार्य करने हेतु स्वतंत्र होकर अग्रसर है, अब देखना होगा कि इस तरह की कार्रवाई में राजनीतिक हस्तक्षेप किस कदर पुलिस अधिकारियों को प्रभावित करते हैं और नए डीजीपी के फरमान को धरातल पर कितना लागू होने देते हैं।
शराबबंदी कानून को धरातल पर लागू करने में पुलिस के समक्ष आती है कई चुनौतियांशराबबंदी कानून को लेकर कई बार जब थानों की पुलिस अपने क्षेत्र में देसी शराब भट्टीयों के कारोबार से जुड़े भट्टी को बंद कराने जब गांव में पहुंचती है तो कई बार ग्रामीणों के द्वारा सामूहिक रूप से पुलिस के साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है और कई दफे तो पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में गोली फायरिंग की भी बात सामने आई है।उपरोक्त लिखी बातें समस्तीपुर जिला के खानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ताल एघरा,अमसौर, नत्थुद्वार,बागमती नदी के किनारों पर बसे जगहों एवम बूढ़ी गंडक नदी का दियारा इलाका में अब भी महज स्थानीय थाना की पुलिस द्वारा शराबबंदी अभियान को सफल बनाने को लेकर संभलने वाला नहीं है।
इस थाना क्षेत्र में पदस्थापित पुलिस कर्मी भी महज एक जीप से कुछ पुलिस बल के साथ देशी शराब के निर्माण से जुड़ी भट्ठियों को बंद कराने हेतु संबंधित जगहों पर जाने से कतराते हैं,इस थाना का आलम यह है कि यहां के दोनों सरकारी मोबाइल नंबर पर जब लोग फोन करते हैं तो उनका कॉल अधिकांश समय लगता ही नहीं है।